रविवार, 28 सितंबर 2008

ईमानदार समाज बनाने का सपना

सपने बुनने का हक सभी को है। लेकिन सच, कितने सपने पूरे हो पाते हैं और कितने नहीं यह सब आपके ईमानदार प्रयासों पर तय करता है। आओ मिलकर सपने बुने। विचारों को सांझा करें, ताकि हम ईमानदार समाज बनाने के सपनों को पूरा करने का सार्थक प्रयास कर सकें। इस ईमानदार पहल में आमंत्रित हैं आपकी टिप्पणियां।

2 टिप्‍पणियां:

virender rana ने कहा…

अच्‍छा समाज तभी बनेगा, जब उसमें व्‍यवस्‍था न्‍यायपूर्ण होगी.लोगों की नीयत साफ होगी.वे एक दूसरे का सम्‍मान करेंगे.ईर्ष्‍या अपने दिमागों से मिटा देंगे.बच्‍चों को भगवान का रूप समझेंगे.

Ruchi Rai ने कहा…

ji bilkul sahi khah aapne wakai mei desh ki pragati sirf aur sirf ek imandar smaj ke zariye hi ho skti hai. achi post hai aapki . wese aap bhi samay milne per mere blog ke visiter banskte hain aur aapni rai deskte hain. Sukriya.

Ruchi Rai